यूं ही गिरी ना गाज हम पर, कुछ तो किया था हमने।
भूल कर अपने कर्तव्यों को, चले थे मोक्ष को पाने ,
मार गले में छूरी उसके ,चले थे धन को हथियाने,
मौत का तांडव जब शुरू किया तुमने, तो कौन अब आए बचाने
यूं ही गिरी ना गाज हम पर.....................................
मंदिर फूंके मस्जिद फूंके, गुरुद्वारे को जला डाला
रेप किया चर्च में तुमने, मानवता को झुठला डाला,
धर्म के नाम पर किया कमाई, अब कौन सहाय बने,
यूं ही गिरी ना गाज हम पर......................................
काटा मारा पकाया उनको, जो बेचारे निर्दोष रहे थे,
स्वतंत्र रूप से स्वच्छंद जीवन, अपने आलय में बिता रहे थे,
छीन लिया आवास भी उनका, अब भी ना उनकी हाय लगे?
यूं ही गिरी ना गाज हम पर.......................................
भूल गए घर द्वार अपना, नाइट क्लब में रात बिताते थे,
अधम शब्द का प्रयोग करके, बेटियों से बतलाते थे,
हद तो तब हुई जब तुमने मां को भी ना बक्सा,
दोस्तों के संग देकर गाली लगे माहौल को बनाने
यूं ही गिरी ना गाज हम पर......................................
बंद रहो अब दीवारों में, परिस्थिति ने कुछ सिखलाई है,
सब तुम्हारे कर्मों का दंड है यह जो आफत आई है,
मत करना गलती फिर दोबारा, वक्त लगेगा सब कुछ बनाने में,
यूं ही गिरी ना गाज हम पर कुछ तो किया था हमने।
भूल कर अपने कर्तव्यों को, चले थे मोक्ष को पाने ,
मार गले में छूरी उसके ,चले थे धन को हथियाने,
मौत का तांडव जब शुरू किया तुमने, तो कौन अब आए बचाने
यूं ही गिरी ना गाज हम पर.....................................
मंदिर फूंके मस्जिद फूंके, गुरुद्वारे को जला डाला
रेप किया चर्च में तुमने, मानवता को झुठला डाला,
धर्म के नाम पर किया कमाई, अब कौन सहाय बने,
यूं ही गिरी ना गाज हम पर......................................
काटा मारा पकाया उनको, जो बेचारे निर्दोष रहे थे,
स्वतंत्र रूप से स्वच्छंद जीवन, अपने आलय में बिता रहे थे,
छीन लिया आवास भी उनका, अब भी ना उनकी हाय लगे?
यूं ही गिरी ना गाज हम पर.......................................
भूल गए घर द्वार अपना, नाइट क्लब में रात बिताते थे,
अधम शब्द का प्रयोग करके, बेटियों से बतलाते थे,
हद तो तब हुई जब तुमने मां को भी ना बक्सा,
दोस्तों के संग देकर गाली लगे माहौल को बनाने
यूं ही गिरी ना गाज हम पर......................................
बंद रहो अब दीवारों में, परिस्थिति ने कुछ सिखलाई है,
सब तुम्हारे कर्मों का दंड है यह जो आफत आई है,
मत करना गलती फिर दोबारा, वक्त लगेगा सब कुछ बनाने में,
यूं ही गिरी ना गाज हम पर कुछ तो किया था हमने।
Bahut achha🤞✌🏻
जवाब देंहटाएंthanks
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